व्यतिरेक अलंकार (Vyatirek Alankar) की परिभाषा, उदाहरण
व्यतिरेक अलंकार किसे कहते है? या व्यतिरेक अलंकार का अर्थ-
व्यतिरेक अलंकार की परिभाषा: जब छोटे को बड़े से श्रेष्ठ बताया जाता है और उसका कारण भी दिया जाता है अर्थात जब उपमेय को उपमान की अपेक्षा बढ़कर बताया जाता है, तब वहाँ व्यतिरेक अलंकार होता है।
उदाहरण – साधु ऊँचे शैल सम, प्रकृति सुकुमार।
आप यह अलंकार भी पढ़ सकते है-
Related Posts:
- उत्प्रेक्षा अलंकार की परिभाषा एवं 20 उदाहरण | Utpreksha Alankar
- समास किसे कहते है? परिभाषा, उसके भेद उदाहरण सहित | समास विग्रह
- श्लेष अलंकार की परिभाषा,भेद और 20 उदाहरण | Shlesh Alankar
- यमक अलंकार की परिभाषा, प्रकार, 25 उदाहरण सहित | Yamak Alankar
- अत्युक्ति अलंकार की परिभाषा एवं उदाहरण
- विशेषोक्ति अलंकार किसे कहते है? परिभाषा एवं उदाहरण
Trending Posts:
- मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग,आयुक्त का कार्यकाल,सेवा शर्तें,गठन एवं संरचना, कार्य
- भारत का निर्वाचन आयोग, मुख्य चुनाव आयुक्त, कार्य व शक्तियॉं, सेवा शर्तें
- MP CPCT Result 2023 – एमपी CPCT Result यहाँ देखें लिंक cpct.mp.gov.in
- भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण में Junior Executives के 496 पदों पर भर्ती निकली, योग्यता बीएससी
- Central Bank of India SO Recruitment 2023: CBI में कई पदों पर बम्पर भर्ती, जल्दी आवेदन करें
- NHM MP CHO Recruitment 2023: सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के 980 पदों के लिए भर्ती