विनोक्ति अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित | Vinokti Alankar

विनोक्ति अलंकार किसे कहते है? परिभाषा

विनोक्ति अलंकार की परिभाषा – जहां कोई वस्तु किसी अन्य वस्तु की वजह से शोभनीय या अशोभनीय बताई जाए, वहां विनोक्ति अलंकार होता है। अर्थात इसमें बिना या रहित शब्द आते हैं।

यह भी पढ़ सकते है – हिंदी साहित्य की प्रमुख पत्र-पत्रिकाएं, स्थान, वर्ष एवं उनके संपादक के नाम सहित

Vinokti Alankar ke Udaharan –

उदाहरण – बिना पुत्र सूना सदन, गत गुन सूनी देह।

             वित्त बिना सब शून्य है, प्रियतम बिना सनेह।।

EXPLANATION – उपर्युक्त उदाहरण में पुत्र बिना घर को सूना, गुण के बिना शरीर को, धन के बिना सबकुछ तथा प्रियतम के स्नेह की अशोभता बताई गई है।

यह भी जरूर पढ़ें: समास | रस | पल्लवन | संक्षेपण और सम्पूर्ण हिंदी व्याकरण

आप नीचे दिए अलंकारों को भी पढ़ सकते है

अनुप्रास अलंकारयमक अलंकारश्लेष अलंकार
पुनरुक्ति | वीप्सा अलंकारवक्रोक्ति अलंकारविशेषोक्ति अलंकार
उपमा अलंकारप्रतीप अलंकाररूपक अलंकार
उत्प्रेक्षा अलंकारव्यतिरेक अलंकारविभावना अलंकार
अतिशयोक्ति अलंकारउल्लेख अलंकारसंदेह अलंकार
भ्रांतिमान अलंकारअन्योक्ति अलंकारअनंवय अलंकार
दृष्टांत अलंकारअपँहुति अलंकारविनोक्ति अलंकार
ब्याज स्तुति अलंकारब्याज निंदा अलंकारविरोधाभास अलंकार
अत्युक्ति अलंकारसमासोक्ति अलंकारमानवीकरण अलंकार

Latest Posts:

Leave a Comment

error: