जिला शहडोल – म.प्र. की जिलेबार सामान्य ज्ञान (MP District Wise General Knowledge in Hindi)
जिले का नाम | शहडोल (Shahdol District) |
---|---|
गठन | 1959 |
तहसील | सोहागपुर, जैतपुर, जयसिंह नगर, ब्यौहारी, बुढ़ार, गोहपारू |
शहडोल जिले के साथ सीमा | सीधी, सतना, उमरिया, अनूपपुर |
राज्यों के साथ सीमा | छत्तीसगढ़ |
जनसँख्या (2011) | 10,66,063 |
साक्षरता दर (2011) | 66.67% |
भौगोलिक स्थिति | अक्षांतर स्थिति – 22o38′ से 24o20′ उत्तर देशांतर स्थिति – 80o10′ से 82o12′ पूर्व |
- शहडोल जिले के बारे में | General knowledge of Shahdol district
- शहडोल जिले का इतिहास
- तहसील – शहडोल (MP Districtwise GK in Hindi)
- भौगोलिक स्थिति – शहडोल जिले की भौगोलिक स्थिति
- मिट्टियाँ एवं कृषि – शहडोल जिले में मिट्टियाँ एवं कृषि
- शहडोल जिले की प्रमुख नदियाँ
- सिंचाई एवं परियोजनाएं
- वन एवं वन्यजीव – District Shahdol
- राष्ट्रीय उद्यान एवं अभ्यारण – शहडोल
- खनिज सम्पदा एवं उद्योग – शहडोल जिले में
- शहडोल जिले में जनजाति एवं लोकनृत्य
- शहडोल जिले की बोलियां एवं मेले –
- शहडोल जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल –
- जिले के प्रमुख संग्रहालय –
- Shahdol District GK Fact –
- Madhya Pradesh District wise General Knowledge
शहडोल जिले के बारे में | General knowledge of Shahdol district
मध्यप्रदेश का 10 वां संभाग, शहडोल है, जो 3 जिलों में विभाजित है –
शहडोल जिले का इतिहास
शहडोल जिला, मध्य प्रदेश के उत्तरी पूर्वी भाग में स्थित है, जिसका गठन 1959 में हुआ था। यह पहले रीवा संभाग के अंतर्गत आता था। 16 जून 2008 को शहडोल को संभाग बना दिया गया। शहडोल का नाम ‘शहस्त्र‘ और ‘डोल’ शब्दों से बना है जिसका अर्थ है – “हजारों तालाबों का समूह”. माना जाता है शहडोल नाम सोहागपुर के एक शहडोलवा अहीर गांव के नाम पर पड़ा है.
यह जिला सतपुडा पर्वत, कैमूर पर्वत और विन्ध्य पर्वत के बीच में स्थित है। यह महाभारतकालीन विराट नगर है. जनसंख्या की दृष्टि ये यह सबसे छेाटा संभाग है।
तहसील – शहडोल (MP Districtwise GK in Hindi)
शहडोल जिले में 6 तहसीलें है –
- सोहागपुर
- जैतपुर
- जयसिंह नगर
- ब्यौहारी
- बुढ़ार
- गोहपारू
भौगोलिक स्थिति – शहडोल जिले की भौगोलिक स्थिति
शहडोल जिले का क्षेत्रफल 6205 वर्ग किलोमीटर है। शहडोल क्षेत्रफल की दृष्टि से मध्यप्रदेश का 23 वां जिला है। सीधी, सतना, उमरिया, अनूपपुर और छत्तीसगढ़ राज्य के साथ शहडोल जिले की सीमा लगती है।
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मिट्टियाँ एवं कृषि – शहडोल जिले में मिट्टियाँ एवं कृषि
शहडोल जिले में लाल-पीली और काली मिट्टी पाई जाती है. यहाँ का लगभग 70 फीसदी जमीन पर बालू मिट्टी पाई जाती है.
कृषि – शहडोल जिले में मक्का और गेहूं की मुख्य फसल के रूप में खेती की जाती है. यहाँ पर सहजन का उत्पादन भी अधिक होता है.
शहडोल जिले की प्रमुख नदियाँ
शहडोल जिले की प्रमुख नदी सोन नदी है. जिसका उद्गम अनुपपुर के अमरकंटक से हुआ है. गंगा नदी की सहायक सोन नदी को स्वर्ण नदी भी कहा जाता है. यह नदी मध्यप्रदेश के रीवा और सीधी जिले मे बहती हूई पटना से नीचे गंगा में मिलती है।
सिंचाई एवं परियोजनाएं
बाण सागर परियोजना – यह बांध मध्यप्रदेश के शहडोल जिले के देवलोंद में अमरकंटक की पहाडियों से निकलने वाली सोन नदी (सोनभद्रशिला) पर निर्मित है. बाणसागर परियोजना एक अंतरार्ज्यीय बहुउद्देशीय परियोजना है, यह मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश तथा बिहार राज्य की संयुक्त परियोजना है जिसकी नींव 14 मई 1978 में प्रधानमंत्री स्व. श्री मोरार जी देसाई द्वारा रखी गयी थी. इस परियोजना का शुभारंभ 25 सितम्बर 2006 को किया गया था.
इस परियोजना के अंतगर्त शहडोल जिले के देवलोंद स्थान पर एक बांध निर्मित किया गया है जिसकी विधुत क्षमता 435 मेघावाट है।
वन एवं वन्यजीव – District Shahdol
शहडोल जिले में 5502 वर्ग किमी. क्षेत्र पर वन है. जिसमें से 3827 वर्ग किमी. क्षेत्र पर संरक्षित वन, 1660 वर्ग किमी. क्षेत्र पर आरक्षित और 14.83 वर्ग किमी. क्षेत्र में अवर्गीकृत वन क्षेत्र है.
राष्ट्रीय उद्यान एवं अभ्यारण – शहडोल
सोन घड़ियाल अभ्यारण्य – यह अभ्यारण्य मध्यप्रदेश के सीधी, सिंगरौली और शहडोल जिले में सोन नदी पर 83.68 वर्ग किमी. क्षेत्र पर निर्मित है. इस अभ्यारण्य की स्थापना वर्ष 1981 में की गई थी. सोन घड़ियाल अभ्यारण्य में घडियालों को संरक्षण दिया जाता है.
संजय राष्ट्रीय उद्यान – शहडोल जिले में संजय टाइगर रिज़र्व का भाग ब्योहारी तहसील में आता है. संजय नेशनल पार्क की स्थापना वर्ष 1981 में की गई थी.
खनिज सम्पदा एवं उद्योग – शहडोल जिले में
- कोयला
- बॉक्साइट
- युरेनियम –
- हर्रा
शहडोल जिले में कोयला खनिज पदार्थ के भंडार है. शहडोल जिले का सोहागपुर मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा कोयला क्षेत्र है. सोहागपुर में विश्व में कोयले की दूसरी मोटी परत पाई जाती है. यहाँ पर लगभग 4142 वर्ग किमी. क्षेत्र में 406 करोड़ टन कोयले का संचित भंडार है.
बॉक्साइट – शहडोल जिला बॉक्साइट उत्पादन में मध्यप्रदेश में दूसरा स्थान है।
यूरेनियम – यूरेनियम उत्पादन में मध्यप्रदेश का एकमात्र जिला शहडोल है। शहडोल से सोना भी प्राप्त किया जाता है।
उद्योग – शहडोल जिले के अमलाई में वर्ष 1965 में ओरिएंट पेपर मिल की स्थापना की गयी थी. जिले में रिलायंस इंडस्ट्री ने कोयला की खदानों से मीथेन गैस (कोल् बेड मीथेन) पर आधारित पाइप लाइन द्वारा विद्युत केंद्र की स्थापना की है.
शहडोल जिले में जनजाति एवं लोकनृत्य
बैगा जनजाति – बैगा का शाब्दिक अर्थ – ‘पुरोहित’| मध्यप्रदेश के शहडोल, बालाघाट, सिवनी, डिंडोरी, मंडला आदि में बैगा जनजाति निवास करती है. बैगा जनजाति भारत सरकार द्वारा घोषित पिछड़ी हुई जनजाति में मानी जाती है. यह भूमिया जनजाति की एक उपशाखा है.
अगरिया जनजाति – यह जनजाति मध्यप्रदेश के शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, सिंगरौली, डिंडोरी और सीधी जिले में निवास करती है.
लोक नृत्य –
- सैला लोकनृत्य
- परधौनी लोकनृत्य
परधोनी लोकनृत्य शहडोल जिले में सैला लोकनृत्य और परधोनी लोकनृत्य किया जाता है. परधोनी लोकनृत्य सैगा आदिवासियों द्वारा विवाह आदि के अवसर पर हाथी की पोशाक पहन कर किया जाता है.
शहडोल जिले की बोलियां एवं मेले –
बघेली – शहडोल जिले की मुख्य बोली बघेली है. बघेली को बघेलखंडी, रिमही और रिवई भी कहते है.
बाणगंगा विराटेश्वर मेला – यह मेला शहडोल जिले में बाणगंगा में मकर संक्रांति से 5 दिन तक लगता है. बाणगंगा विराटेश्वर मेले की शुरुआत वर्ष 1895 में रीवा महाराजा गुलाब सिंह ने की थी. यह शहडोल संभाग का सबसे बड़ा मेला है जिसकी ख्याति दूर – दूर तक फैली है.
शहडोल जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल –
- विराटेश्वर मंदिर
- कंकाली देवी मंदिर
- लाखबरिया गुफा और मंदिर
- सरफा डैम
- क्षीर सागर
- बांण गंगा (सुहागपुर)
- मरखी माता मंदिर जमुनिहा केशवाही माता सिंगवाहिनी भटिया
सेाहागपुर – शहडोल जिले का सुहागपुर नगर दो कारणों से प्रसिद्ध है, एक प्रदेश का सबसे बड़ा कोयला क्षेत्र तथा प्रसिद्ध पुरातात्विक अस्मिता का प्रतीक है। पांण्डव कालीन हजारों साल पुराना विराट मंदिर है, जो वर्तमान में एक और झुकराहा है। मंदिर का निर्माण कल्चुरी शासक युवराजदेव ने करवाया।
अंतरा – शहडोल जिले के ग्राम अंतरा कल्चुरी कालीन मां कंकाली देवी मंदिर के लिये प्रसिद्ध है|
जिले के प्रमुख संग्रहालय –
जिला पुरातत्व संग्रहालय शहडोल – इस संग्रहालय की स्थापना शहडोल के जयसिंह नगर में वर्ष 1981 में की गयी थी. इस संग्रहालय में कल्चुरी काल के सिक्के, 5-6 करोड़ वर्ष पहले के पेड़-पौधे और जीवों के जीवाश्म और पाषण प्रतिमाओं का संकलन है.
जरूर पढ़ें:-
Shahdol District GK Fact –
- शहडोल, विन्ध्यांचल एवं मैकल श्रृंखला पर स्थित है। कैमूर और मैकाल पर्वत का मिलन स्थल है।
- शहडोल, मध्यप्रदेश का एक मात्र जिला है जहां पर युरेनियम पाया जाता है |
- शहडोलवा अहीर के नाम पर शहडोल है।
- शहडोल के सुहागपुर में एशिया की सबसे बडी कोल फिल्ड है।
- बाणगंगा विराटेश्वर का मेला शहडोल में लगता है।
- शहडोल सुहागपुर कोयला क्षेत्र प्रदेश का सबसे बडा कोयला क्षेत्र है, जो 4142 वर्ग किलो मीटर क्षेत्र में फैला है।
- शहडोल के हजारों तालाबों का क्षेत्र के रूप में जाना जाता है।
- सबसे बडी निजी पेपर मिल ओरिएंटल अमलाई शहडोल में है। प्रथम कोलबैड मीथेन एवं गैस संयत्र रिलांयस ग्रुप ने लगाया है।