जिला शाजापुर District Shajapur महत्वपूर्ण MP GK – म.प्र. जिलेबार सामान्य ज्ञान

जिला शाजापुर – म.प्र. की जिलेबार (MP District Wise GK in Hindi) सामान्य ज्ञान

जिले का नाम जिला शाजापुर (District Shajapur)
गठन 1956
तहसील शाजापुर, मोहन बड़ोसिया, शुजालपुर, कालापीपल,
गुलाना, अवन्तिपुर बड़ोदिया, पोलायकला
पड़ोसी जिलों के साथ सीमाराजगढ़, देवास, सीहोर, आगरमालवा, उज्जैन
जनसँख्या (2011)151268
साक्षरता दर (2011)71.8%
भौगोलिक स्थितिअक्षांतर स्थिति – 23o45′ से 25o00′ उत्तर
देशांतर स्थिति – 74o45′ से 75o55′ पूर्व

जिला-शाजापुर, उज्जैन संभाग के अंतर्गत आता है। मध्यप्रदेश में जबलपुर, इंदौर के बाद तीसरा बड़ा उज्जैन संभाग है।

उज्जैन संभाग में 7 जिले आते है-

  1. उज्जैन (District Ujjain)
  2. देवास (District Dewas)
  3. शाजापुर (District Shajapur)
  4. आगर मालवा (District Agar Malwa)
  5. रतलाम (District Ratlam)
  6. मंदसौर (District Mandsaur)
  7. नीमच (District Neemach)

MP Shajapur District Important GK Fact Hindi

Jila Shajapur MP GK Hindi MP District Wise GK

शाजापुर जिले का इतिहास

शाजापुर जिले से 16 अगस्त 2013 को आगर मालवा जिला बनाया गया| शाजापुर को प्राचीन नाम कांकरा खेड़ी या खानडी खेड़ा नामों से भी जाना जाता है।

पहले शाजापुर को ‘शाहजहांपुर’ कहा जाता था बाद में इसे शाजापुर किया गया था| शाजापुर को शाहजहाँ के समय में जाना गया। मुग़ल साम्राज्य के पत्तन के बाद 1732 में शाहजहांपुर को सिंधिया साम्राज्य में मिला लिया गया|

शाजापुर वर्तमान में क्षेत्रीय चित्रण के अनुसार केन्द्रीय म.प्र. पठार रतलाम पठार माइक्रो क्षेत्र में आता है|

तहसील – शाजापुर (MP Districtwise GK in Hindi)

शाजापुर जिले में 7 तहसीलें शाजापुर, मोहन बड़ोदिया, शुजालपुर, कालापीपल, गुलाना, अवन्तिपुर बड़ोदिया, पोलायकला है।

भौगोलिक स्थिति – शाजापुर जिले की भौगोलिक स्थिति

शाजापुर जिले का क्षेत्रफल 6195 वर्ग किलोमीटर है| यह क्षेत्रफल की द्रष्टि से मध्यप्रदेश का 24 वां जिला है| शाजापुर जिला भोगौलिक रूप से अक्षांतर 2306’ से 2419’ उत्तर तथा देशांतर 7541 से 7702’ पूर्व स्थिति पर स्थित है|

शाजापुर जिले की सीमा उत्तर में राजगढ़, पूर्व में सीहोर, दक्षिण में देवास और पश्चिम में आगर मालवा एवं उज्जैन जिलों के साथ लगती है|

गर्मियों में जिले में उत्तर-पश्चिम गर्म हवाएं चलती है| अप्रैल-जून में तापमान 47 डिग्री सेंटीग्रेड तक होता है|

मिट्टियाँ एवं कृषि – शाजापुर जिले में मिट्टियाँ एवं कृषि

शाजापुर जिले में काली मिट्टी पाई जाती है|

कृषि – शाजापुर जिले की गेहूं, सोयाबीन प्रमुख फसल है|

पशुपालन – शाजापुर जिले में दुग्ध उत्पादन और पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए गोपाल पुरस्कार योजना चलाई जा रही है|

शाजापुर जिले की प्रमुख नदियाँ

  • पार्वती नदी
  • चीलर (चंद्रलेखा) नदी
  • छोटी काली सिंध नदी
  • लखुन्दर (लक्ष्मणा) नदी

लखुन्दर (लक्ष्मणा) नदी – लखुन्दर (लक्ष्मणा) नदी मध्यप्रदेश के देवास जिले के चांदगढ पहाड़ी से निकलती है| यह नदी दक्षिण-पश्चिमी कोने से शाजापुर जिले में आती है| लखुन्दर (लक्ष्मणा) नदी की कुल लम्बाई 72 किमी. तथा शाजापुर में इसकी लम्बाई लगभग 64 किलोमीटर है|

छोटी कालीसिंध नदी – इस नदी का उद्गम मध्यप्रदेश के देवास जिले के बागली गांव के निकट विध्यांचल से हुआ है | चम्बल नदी की सहायक छोटी कालीसिंध नदी की कुल लम्बाई 150 किलोमीटर है| यह आगर मालवा की प्रमुख नदी है।

चीलर नदी के तट पर शाजापुर का किला, ताराबाई का महल स्थित है|


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सिंचाई एवं परियोजनाएं

नर्मदा-काली सिंध लिंक परियोजना –

वन एवं वन्यजीव – District Shajapur

शाजापुर जिला राज्य के सबसे कम वन प्रतिशत वाले जिलों में आता है| शाजापुर वन विभाग के अनुसार 2017 में 0.74% वन क्षेत्र है|

खनिज सम्पदा एवं उद्योग – शाजापुर जिले में

बैराइट्स खनिज

मध्यप्रदेश के शाजापुर, देवास, धार, झाबुआ, शिवपुरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सीधी और टीकमगढ़ जिलों में बैराइट्स खनिज पाया जाता है| बैराइट्स बेरियम सल्फेट है जो एक सफ़ेद और रंगहीन खनिज है|

मध्यपर्देश में बैराइट्स का औसत भंडार 1.93 लाख टन है| इसका प्रयोग कागज विस्तारक, सफ़ेद रंग, और पेंट कच्चे माल के लिए किया जाता है|

उद्योग – शाजापुर जिले में कपास ओटाई, गांठ बनाने, आटा उत्पादन, सोयाबीन का कारखाना और ईंट निर्माण से सम्बंधित उद्योग है| मक्सी जिले का ओद्योगिक केंद्र है| यह जिला व्यापार के लिए उज्जैन और इंदौर जिले पर निर्भर है| जिले में इंदौर द्वारा सौर उर्जा के लिए मेसर्स ग्लोबल मेटल एंड एनर्जी प्रा. लि. प्रस्तवित है|

यह जिला सोयाबीन और नमकीन उद्योग के प्रसिद्ध है|

शाजापुर जिले में जनजाति

कोरकू जनजाति‘मानवों का समूह’

शाजापुर जिले में कोरकू जनजाति निवास करती है| यह जनजाति सतपुड़ा के पर्वत क्षेत्रों में रहती है|

कोरकू जनजाति शाजापुर के अलावा म.प्र. के देवास, आगर मालवा, उज्जैन, शाजापुर, होशंगाबाद, छिंदवाडा, बैतूल, सिवनी जिलों के आसपास के क्षेत्रों में निवास करती है|

शाजापुर जिले की बोलियां एवं मेले –

बोली – शाजापुर जिले में मालवी भाषा प्रचलित है|

मेले – कंस वधोत्सव मेला –


Trending Posts –


शाजापुर जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल –

  • राजराजेश्वरी माता का मंदिर
  • पार्श्वनाथ मंदिर
  • करेड़ी माता का मंदिर
  • सोमेश्वर महादेव
  • ओंकरेश्वर महादेव
  • पंचमुखी महादेव मंदिर
  • हैदर अली द्वारा निर्मित जामा मस्जिद
  • मांगनाथ
  • नित्यानंद
  • पांडू खोह
  • गोर्वधन मंदिर गिरिवर मंदिर  

जिले के प्रसिध्द/सम्बंधित व्यक्ति

नरेश मेहता –

शाजापुर जिले का भ्याना गांव प्रसिद्द व्यंग्यकार एवं लेखक बालकृष्ण नवीन की जन्म स्थली है|

Shajapur DISTRICT के प्रमुख तथ्य –

  • शाजापुर (Shajapur District) मालवीय संस्‍कृति की पहचान रखने वाला है जिसका गठन 2013 में हुआ था इसका पूर्वनाम काकराखेडी है यह चिलर नदी के तट पर बना एक किला है| ओंमकारेश्वर शिव मंदिर यहाँ की  पांडूखोह में प्राचीन मदिर है|
  • शाजापुर बालकृष्‍ण नवीन की जन्‍म भूमि है|
  • भादखेडी में रावण और मेघनाद की पूजा होती है|
  • काला पीपल में सोयाबीन की फैक्‍ट्री लगाई गयी है|

  •  शुजालपुर मे प्रसिद्ध अनाज मण्डी है|

  • मोमन बडोदिया में प्रसिद्ध मेला लगता है|

  • शाजापुर में मुलला समशुद्वीन का मकबरा है|

  • मक्‍शी रेल्‍वे जंक्‍शन है|

  • NH – 3 राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरता है शाजापुर में पार्वती , चिलर , नेवज , कंठाल लखुन्‍दर नदिंया  बहती है|
  • शाजापुर  सर्वाधिक प्‍याज उत्‍पादक जिला है|

  • शाजापुर अंतवर्ती जिला है|

  • Shajapur Jile में सोया तथा नमकीन की फैक्‍ट्री है|

आप इन जिलों के बारे में भी पढ़ सकते है-

मुरैनाभिण्डश्योपुरग्वालियर
दतियाशिवपुरीगुनाअशोकनगर
भोपालसीहोररायसेनविदिशा
राजगढ़उज्जैनदेवासशाजापुर
आगर मालवारतलाममंदसौरनीमच
इंदौरधारझाबुआअलीराजपुर
बड़वानीखरगोनखण्डवाबुरहानपुर
सागरदमोहछतरपुरपन्ना
टीकमगढ़निमाड़ीरीवासतना
सीधीसिंगरौलीशहडोलउमरिया
अनूपपुरजबलपुरनरसिंहपुरछिंदवाड़ा
बालाघाटमण्डलाडिंडोरीसिवनी
कटनीबैतूलहरदानर्मदापुरम

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