जिला विदिशा District Vidisha महत्वपूर्ण MP GK – म.प्र. जिलेबार सामान्य ज्ञान

जिला विदिशा – म.प्र. की जिलेबार (MP District Wise GK in Hindi) सामान्य ज्ञान

जिले का नाम जिला विदिशा (District Vidisha)
गठन 1956
तहसील विदिशा शहरी, विदिशा ग्रामीण, गंजबासौदा, ग्यारसपुर, कुरवाई, लटेरी, नटेरन, सिंरोज, गुलाबगंज, पठारी, शमशाबाद, त्योंदा
पड़ोसी जिलों के साथ सीमागुना, अशोकनगर, रायसेन, सागर, भोपाल
जनसँख्या (2011)14,58875
साक्षरता दर (2011)70.53%
भौगोलिक स्थितिअक्षांतर स्थिति – 23o35′ से 24o22′ उत्तर
देशांतर स्थिति – 78o15′ से 78o18′ पूर्व

विदिशा जिला, भोपाल संभाग के अंतर्गत आता है| भोपाल संभाग का मुख्यालय राजधानी भोपाल में ही है| इस संभाग के अंतर्गत 5 जिले आते है जो निम्न है-

Jila Vidisha - MP GK Hindi - MP District Wise GK

विदिशा जिले का इतिहास History of Vidisha District

इसका संस्‍कृत नाम वैदिश या विदिशा है। पाली नाम मे इसे वेशनगर या विश्‍व नगर कहा गया है प्राचीन नाम दर्शाणा या दशान एवं वेसनगर तथा मध्‍य युग में भेलसा भी इसका नाम मिलता है। पौराणिक नाम भद्रावती  जो की यवनों का रहने का स्थान भी था।

तहसील – विदिशा (MP Districtwise GK in Hindi)

विदिशा जिले में विदिशा शहरी, विदिशा ग्रामीण, गंजबासौदा, ग्यारसपुर, कुरवाई, लटेरी, नटेरन, सिंरोज, गुलाबगंज, पठारी, शमशाबाद, त्योंदा तहसीलें है।

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भौगोलिक स्थिति – विदिशा जिले की भौगोलिक स्थिति

विदिशा जिले का क्षेत्रफल 7371 वर्ग किलोमीटर है। यह क्षेत्रफल की दृष्टि से मध्यप्रदेश का 13 वां जिला है। विदिशा भौगोलिक दृष्टि से अक्षांतर स्थिति – 23o35′ से 24o22′ उत्तर, देशांतर स्थिति – 78o15′ से 78o18′ पूर्व पर स्थित है।

विदिशा जिले की सीमा प्रदेश 5 जिले गुना (उत्तर ), अशोकनगर (उत्तर ), रायसेन (दक्षिण), सागर (पूर्व), भोपाल (दक्षिण-पश्चिम) के साथ लगती है। विदिशा जिले से राष्ट्रीय राजमार्ग NH – 752B, NH – 86 होकर गुजरते है।

यहाँ की जलवायु अत्यंत स्वास्थ्यवर्धक है। विदिशा जिला कर्क रेखा के आसपास के क्षेत्र में न अधिक ठण्ड और न ही अधिक गर्मी पड़ती है। जिले में बारिश 40 इंच तक होती है। इस जिले में कभी सूखा नहीं पड़ता है।

मिट्टियाँ एवं कृषि – विदिशा जिले में मिट्टियाँ एवं कृषि

मिट्टीकाली मिट्टी मध्यप्रदेश में सतपुड़ा के कुछ भाग नर्मदा घाटी एवं मालवा के पठारी क्षेत्र में मिलती है।

म. प्र. में काली मिट्टी विदिशा, रायसेन, दमोह, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, धार, खंडवा, खरगौन, इंदौर, देवास, शाजापुर, उज्जैन, सीहोर, राजगढ़, भोपाल, जबलपुर, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, गुना, शिवपुरी, सीधी जिलों में एवं ढक्कन के पठार का उत्तरी पश्चिमी भाग में पायी जाती है।

कृषि – विदिशा जिले में शरबती गेहूं, सोयाबीन, उड़द की खेती एक बड़े भूभाग पर होती है। जिले का क्षेत्र शरबती गेहूं के लिए अनुकूल है। जिले में शरबती गेहूँ 235680 हेक्टेयर भूमि पर बोया जाता है।

विदिशा जिले की दूसरी बड़ी उत्पादक फसल सोयाबीन है। सोयाबीन की खेती खरीफ मौसम की फसल है। यह जिले में 325550 हेक्टेयर भूमि पर की जाती है। जिले की उड़द तीसरी बड़ी मात्रा में उत्पादक फसल है।

विदिशा जिले की प्रमुख नदियाँ

  • बेतवा नदी
  • बीना नदी

बेतवा नदी का उद्गम रायसेन जिले के कुमार गांव की महादेव पर्वत श्रेणी से हुआ। बेतवा नदी की म. प्र. व उत्तरप्रदेश में कुल लम्बाई 480 किमी. है। इस नदी पर माताटीला बांध बनाया गया है।

सिंचाई एवं परियोजनाएं

हलाली परियोजना – इस परियोजना का निर्माण वर्ष 1973-76 हुआ था। हलाली परियोजना पर 945 मीटर लम्बा और 29.50 मीटर ऊँचा बांध है। इस परियोजना को सम्राट अशोक सागर परियोजना के नाम से भी जाना जाता है। इस परियोजना से प्रदेश की 27,627 हैक्टेयर भूमि की सिंचाई होती है। हलाली परियोजना से विदिशा और रायसेन जिले लाभान्वित होते है।

वन एवं वन्यजीव – District Vidisha

प्रदेश के विदिशा जिले के गंजबासौदा तहसील में लगभग 800 हेक्टेयर वन क्षेत्र है।

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खनिज सम्पदा एवं उद्योग – विदिशा जिले में

विदिशा जिले में चूना पत्थर खनिज पाया जाता है। म. प्र. में चुना पत्थर के विशाल संचित भंडार है। यह ग्वालियर, मुरैना, सागर, नरसिंहपुर, सतना, जबलपुर, कटनी, सीधी, रायसेन, विदिशा, छिंदवाड़ा आदि जिलों में पाया जाता है।

उद्योग – विदिशा जिले में कृषि पर आधारित उद्योग प्रमुख रूप से किये जाते है। जिले में वनस्पति घी की कई औद्योगिक इकाईयां संचालित है।

विदिशा जिले में जनजाति

जनजाति प्रदेश की पांचवी बड़ी सहरिया जनजाति विदिशा जिले में निवास करती है। सहरिया शब्द का मतलब “शेरों के साथ” होना है।

विदिशा जिले की बोलियां एवं मेले –

बोली – विदिशा जिले में मालवी भाषा बोली जाती है। मालवी भाषा इंदौर, विदिशा, रतलाम, शाजापुर, उज्जैन, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, देवास, एवं धार में प्रचलित है।

मेला –

श्री राम लीला मेला – विदिशा जिले में मकर संक्रांति के समय श्री राम लीला मेला लगता है।

श्री मनोरा मेला – विदिशा जिले का मानोरा ग्राम मिनी जन्नाथपुरी के रूप में विख्यात है। यह मेला जून महीने में लगता है। हजारों श्रद्धालु रथ पर विराजमान भगवान जगदीश स्वामी, देवी सुभद्रा और बलभद्र के दर्शन करने आते है।

विदिशा जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल –

  • उदयगिरि की गुफाएं
  • नीलकंठेश्वर
  • खाम्ब बाबा ( गरुड़ध्वज या हेलियोडोरस स्तम्भ )
  • अठ खम्बा मंदिर
  • मालादेवी मंदिर
  • राघव जी की हवेली

जिले के प्रमुख संग्रहालय –

जिला पुरातत्व संग्रहालय – यह संग्रहालय 1940 में स्थापित किया गया। इस संग्रहालय में पाषाण प्रतिमाओं का संग्रह प्रमुख रूप से किया गया है। इसमें गुप्त शासक रामगुप्त के कई अभिलेखों की कई प्रतिमाएं महत्वपूर्ण है।

Vidisha DISTRICT के प्रमुख तथ्य –

  • प्रसिद्ध गरूण स्तम्भ अभिलेख मे हेलियोडेारस के साक्ष्‍य मिलते है जिसे खंभा बाबा भी कहा है।
  • अशोक की महारानी महादेवी यही के वैश्‍य की बेटी थी।
  • अशोक  के नाम पर सम्राट अशोक इंजीनियरिंग कॉलेज है।
  • मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विदिशा जिले से ही सांसद बने थे।
  • अलबरूनी ने इसे महाबलिस्‍तान कहा है।
  • सन 1952 में राजेन्‍द्र प्रसाद ने इसका नाम विदिशा रखा था।
  • उदयगिरी की गुफा एतिहासिक है।
  • विदिशा की सिरोंज तहसील राजस्‍थान केा पुनर्गठन के समय दी गयी थी।
  • ओरंगजेब ने विदिशा का नाम ओलडूगोरपुर रखा था।
  • कालिदास ने विदिशा के शुंग राजकूमार अगिनीमित्र के बारे मे लिखा था, जिसका नाम मालविकागिनी मित्र रखा था।
  • सम्राट अशोक प्रोजैक्‍ट हलाली नदी पर है

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मुरैनाभिण्डश्योपुरग्वालियर
दतियाशिवपुरीगुनाअशोकनगर
भोपालसीहोररायसेनविदिशा
राजगढ़उज्जैनदेवासशाजापुर
आगर मालवारतलाममंदसौरनीमच
इंदौरधारझाबुआअलीराजपुर
बड़वानीखरगोनखण्डवाबुरहानपुर
सागरदमोहछतरपुरपन्ना
टीकमगढ़निमाड़ीरीवासतना
सीधीसिंगरौलीशहडोलउमरिया
अनूपपुरजबलपुरनरसिंहपुरछिंदवाड़ा
बालाघाटमण्डलाडिंडोरीसिवनी
कटनीबैतूलहरदाहोशंगाबाद

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